Thursday 7 November 2013

beejakshara mantra Kalabhairav Ashtakam



कालभैरवं अष्टकम


देवराज सेव्यमान पावनाङ्घ्रि पङ्कजं

व्यालयज्ञ सूत्रमिन्दु शेखरं कृपाकरम् ।

नारदादि योगिबृन्द वन्दितं दिगम्बरं

काशिकापुराधिनाथ कालभैरवं भजे ॥ 1 ॥



भानुकोटि भास्वरं भवब्धितारकं परं

नीलकण्ठ मीप्सितार्ध दायकं त्रिलोचनम् ।

कालकाल मम्बुजाक्ष मस्तशून्य मक्षरं

काशिकापुराधिनाथ कालभैरवं भजे ॥ 2 ॥



शूलटङ्क पाशदण्ड पाणिमादि कारणं

श्यामकाय मादिदेव मक्षरं निरामयम् ।

भीमविक्रमं प्रभुं विचित्र ताण्डव प्रियं

काशिकापुराधिनाथ कालभैरवं भजे ॥ 3 ॥



भुक्ति मुक्ति दायकं प्रशस्तचारु विग्रहं

भक्तवत्सलं स्थितं समस्तलोक विग्रहम् ।

निक्वणन्-मनोज्ञ हेम किङ्किणी लसत्कटिं

काशिकापुराधिनाथ कालभैरवं भजे ॥ 4 ॥



धर्मसेतु पालकं त्वधर्ममार्ग नाशकं

कर्मपाश मोचकं सुशर्म दायकं विभुम् ।

स्वर्णवर्ण केशपाश शोभिताङ्ग निर्मलं

काशिकापुराधिनाथ कालभैरवं भजे ॥ 5 ॥



रत्न पादुका प्रभाभिराम पादयुग्मकं

नित्य मद्वितीय मिष्ट दैवतं निरञ्जनम् ।

मृत्युदर्प नाशनं करालदंष्ट्र भूषणं

काशिकापुराधिनाथ कालभैरवं भजे ॥ 6 ॥



अट्टहास भिन्न पद्मजाण्डकोश सन्ततिं

दृष्टिपात नष्टपाप जालमुग्र शासनम् ।

अष्टसिद्धि दायकं कपालमालिका धरं

काशिकापुराधिनाथ कालभैरवं भजे ॥ 7 ॥



भूतसङ्घ नायकं विशालकीर्ति दायकं

काशिवासि लोक पुण्यपाप शोधकं विभुम् ।

नीतिमार्ग कोविदं पुरातनं जगत्पतिं

काशिकापुराधिनाथ कालभैरवं भजे ॥ 8 ॥



कालभैरवाष्टकं पठन्ति ये मनोहरं

ज्ञानमुक्ति साधकं विचित्र पुण्य वर्धनम् ।

शोकमोह लोभदैन्य कोपताप नाशनं

ते प्रयान्ति कालभैरवाङ्घ्रि सन्निधिं ध्रुवम् ॥

Benefit of Kalabhairav Ashtakam Stotra

One who reads Kala Bhairav Ashtakam, all sins are removed. He is provided divine grace of Lord Shiva very soon. He attains wisdom, knowledge and wealth.


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