Friday 1 November 2013

beejakshara mantra Mantra for Success in Interview

This mantra is from Ramcharit Manas and this is based on the conversation between lord ram and shri parsuram in the mithila (janakpuri).

In the case of broken bow of lord shiva. Shri parasuram ji was highly angry on lord ram, then lord ram was explained to him about the situation in the simplest behavior. Because of this, it will be very useful for  the interview.

This is a powerful mantras to get success in interviews. You has to be recited 108 times in a day to get effects of this mantra.



साक्षात्कार में सफलता के लिए ज्ञानी होने के साथ-साथ अच्छा वक्ता होना परम आवश्यक है | कई बार ऐसा होता है कि आप एक अच्छे जानकर होते है पर बोलने या उल्लेख (विस्तार से समझाना) करने में विफल रहते है, तो आपको दूसरों से कमतर आँका जाता है | अत: साक्षात्कार में सफलता के लिए यह आवश्यक है कि जो ज्ञान (जानकारी) या जो knowledge आप रखते है या बताते है उसको ऐसा Explain करे कि लोग आके बुद्धिमता कौशल की प्रसंसा करने लगे |

अर्थात कहने का तात्पर्य यह है कि बुद्धिमता के साथ तर्क और वक्तव्य का होना परम आवश्यक है | अच्छा वक्ता वही होता है जो अपने बुद्धिमता कौशल का दायरा परिसीमित रखता हुआ तर्कसंगत बात बोले और विवेकशीलता से उसे प्रकट करने का साहस रखे |


यहाँ हम साक्षात्कार में सफलता के संदर्भ में रामचरितमानस के अयोध्याकाण्ड के एक मंत्र के चर्चा करेंगे | 

जनकपुरी में माता सीता के स्वयंवर में श्री राम जी के हाथों भगवान शिव का धनुष भंग होना, तथा शिव धनुष के भंग होने पर उसकी घनघोर गर्जना से परसुराम जी का क्रोधवश वहाँ आना तथा धनुष किसने भंग किया ऐसा पूछना आदि के अंतर्गत श्री राम और परसुराम जी के टकरावपूर्ण संवाद में श्री राम द्वारा परसुराम जी को मंत्रमुग्ध करना | इसमें श्री राम और भृगुकुल ऋषि परसुराम जी का वार्तालाप हुआ उसमे परसुराम जी अपने अधिष्ठाता और आराध्य देव भगवान शिव के धनुष भंग पर बड़े क्रोधित होकर श्री राम को मृत्युदंड देने के लिए तैयार थे पर प्रभु श्री राम ने बड़ी  ही शालीनता, तन्मयता और सरल वाणी से परसुराम को अपना दर्शन कराया तथा उनके क्रोध को संत कर दिया |

अत: इस मंत्र का जो कोई भी भक्त श्रृद्धा-पूर्वक जाप करना है और प्रभु श्रीराम को समरण करता है, उसको प्रत्येक प्रकार के साक्षात्कार और शास्त्रार्थ में सफलता प्राप्त होती है | साक्षात्कार में सफलता के लिए मंत्र इस प्रकार है:- 

Mantra:-
Tehi Awasar Suni Shiv Dhanu Bhanga |
Aayau Bhrigukul Kamal Patanga ||

तेहि अवसर सुनि सिव धनु भंगा।

आयउ भृगुकुल कमल पतंगा॥

भावार्थ:- यह चौपाई रामचरितमानस से शिव धनुष भंग होने व राम सीता के विवाह के संदर्भ में कही गयी है, जब भगवान राम के हाथ से शिव धनुष भंग होने पर भृगुकुल ऋषि परसुराम वहाँ अति क्रोध में आ गये व शिव धनुष भंग करने वाले को मृत्युदंड देने की बातें करने लगे तब भगवान राम ने उन्हें अपनी सरल वाणी व स्वाभाव से मुग्ध कर दिया ! इसका तात्पर्य यह है की इस चौपाई का निरंतर ध्यान करने वाले कभी भी किसी से वार्तालाप में हारते नही है और विचलित नही होते है |

इस मंत्र को प्रत्येक रोज 108 बार जप करे या कम से कम 21 बार संध्या समय में जप करने से आपकी मनोकामना पूर्ण होती है |

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