Friday 1 November 2013

beejakshara mantra Govind Damodar Strotram

!! गोविंद दामोदर स्तोत्र !!

करारविन्देन पदारविन्दं 
मुखारविन्दे विनिवेशयन्तं |
वटस्य पत्रस्य पुटे शयानं 
बाल मुकन्दं मनसा स्मरामि ||1||

श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारे 
हे नाथ नारायण वासुदेव |
जिव्हे पिब्स्वामृतमेतदेव 
गोविन्द दामोदर माधवेति ||2||

विक्रेतुकामा किल गोपकन्या 
मुरारिपादार्पितचित्तवृति: |
दध्यादिकं मोहवशादवोचद्
गोविन्द दामोदर माधवेति |3||

गृहे गृहे गोपवधुकदंबा:
सर्वे मिलित्वा समवाप्य योगं |
पुण्यानि नामानि पठन्ति नित्य 
गोविन्द दामोदर माधवेति ||4|| 

सुख शयना निलये निजेअपि 
नामानि विष्णोः प्रवदन्ति मत्:र्या: |
ते निश्चितं तन्मयतां व्रजदन्ति 
गोविन्द दामोदर माधवेति ||5||

जिव्हे सदैवं भज सुन्दराणि 
नामानि कृष्णस्य मनोहराणि |
समस्त भक्तार्तिविनाशनानि
गोविन्द दामोदर माधवेति ||6||

सुखावसाने इदमेव सारं 
दुःखावसाने इदमेव ज्ञेयम |
देहावसाने इदमेव जाप्यं 
गोविन्द दामोदर माधवेति ||7||

श्रीकृष्ण राधावर गोकुलेश 
गोपाल गोवर्धननाथ विष्णो |
जिव्हे पिब्स्वामृतमेतदेव 
गोविन्द दामोदर माधवेति ||8||

(इति सम्पूर्णं)

Click here to watch video of this Strotra


इस स्तोत्र का जाप रोज संध्या करते समय करना चाहिए, इसका नित्य जाप करने से भगवान गोविन्द (कृष्ण) की कृपा होती है और पारिवारिक क्लेशो से छुटकारा मिलता है, व घर व परिवार में शान्ति बनी रहती है |

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